https://www.newindiakhabar.com/2020/01/20/हिन्दी-सिनेमा-खतरे-में-है/
हिन्दी सिनेमा खतरे में है, रीज़नल सिनेमा नहीं – तिग्मांशु धूलिया,,सिनेमा के ज़रिए करता हूं समाज को कुछ अच्छा देने की कोशिश – राकेश ओमप्रकाश मेहरा,,महिला निर्देशकों के प्रति भेदभाव रखती है फिल्म इंडस्ट्री – पाखी ए. टायरवाला,, वी शान्ताराम के फैंस के लिए दिखाई गई मशहूर फिल्मपड़ौसी